इंदौर [कपीश दुबे]। मध्य प्रदेश के इंदौर में होल्कर स्टेडियम में आइपीएल मैच के दौरान जो कचरा निकला उससे मैदान पर ही खाद तैयार की जा रही है। दो दिन में इकट्ठा हुए गीले कचरे से लगभग 120 किलो खाद तैयार होगी। अभी दो मैच बाकी हैं। इस खाद का इस्तेमाल मैदान की हरियाली बढ़ाने में किया जाएगा। देश में पहली बार किसी स्टेडियम में मैच के दौरान निकला कचरा 90-95 फीसदी रिसाइकल हो रहा है। पर्यावरण संरक्षण की दिशा में मध्य प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन (एमपीसीए) और इंदौर नगर निगम द्वारा की गई पहल को बीसीआईआइ ने भी सराहा है। अब दिल्ली के फिरोजशाह कोटला मैदान में होने वाले आइपीएल मैच में कचरे से खाद बनाने की तैयारी की जा रही है।
इंदौर में आइपीएल के दो मैच हुए हैं। हर मैच में लगभग 1500 किलो कचरा निकल रहा है। इनमें 1200 किलो सूखा और 300 किलो गीला होता है। इस हिसाब से दो मैच में लगभग 3000 किलो कचरा इकट्ठा हुआ है। पिज्जा का गत्ते का डिब्बा, भोजन का डिब्बा, थर्मोकोल के गिलास, चम्मच, पेपर बैग, प्लेकार्ट आदि सूखे कचरे में आते हैं, जबकि भोजन, फल, छिलके आदि गीले कचरे में आते है। सूखा और गील कचरा अलग करने के लिए 300 सफाई मित्र की टीम लगी है।
20 फीसदी बन जाता है खाद
खाद बनाने के लिए स्टेडियम में मशीन लगा दी गई है। निगम के साथ सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट एंड सैनिटेशन प्रोजेक्ट से जुड़े कंपनी के प्रमुख श्रीगोपाल जगताप बताते हैं कि कुल गीले कचरे का 20 फीसदी खाद बनता है। इस हिसाब से दो मैचों में निकले 386 किलो कचरे से लगभग 90 किलो खाद बनने का अनुमान है। पूरी तरह से सूखी खाद बनने में सात दिन का समय लगता है। सूखा कचरा ट्रेंचिंग ग्राउंड भेज दिया जाता है, जो 90-93 फीसदी रिसाइकल हो रहा है।
वीडियो बनाकर देश-विदेश में प्रचार
इंदौर से शुरू हुई पहल को एमपीसीए देश-दुनिया में दिखाने की तैयारी कर रहा है। इसके लिए वीडियो तैयार किए जाएंगे। जो पर्यावरण संरक्षण और सफाई अभियान की दिशा में उठाए गए सकारात्मक पहल की तरह जगह-जगह दिखाए जाएंगे। बीसीसीआई की ओर से आइपीएल मैचों के प्रचार देख रही आईएमजी कंपनी की टूर्नामेंट डायरेक्टर कैथरिन सिमसन इसे देशभर के सभी स्टेडियम में शुरू करने की इच्छुक हैं।
12 मई को सिग्नेचर कैम्पेन 
गो ग्रीन अभियान में दर्शकों की भागीदारी बढ़ाने और उन्हें जागरूक करने की दिशा में एमपीसीए द्वारा एक और बड़ी पहल की जा रही है। 12 मई को होने वाले मैच के दौरान होल्कर स्टेडियम की एक दीवार पर दर्शकों से हस्ताक्षर करवाए जाएंगे, जिनमें उनसे सिर्फ क्रिकेट स्टेडियम ही नहीं बल्कि अपने आसपास भी कचरा कम करने की पहल में शामिल होने के लिए प्रेरित किया जाएगा।
लंबे समय से मंथन
क्रिकेट मैच के दौरान बड़े पैमाने पर निकलने वाले कचरे को रिसाइकल करने को लेकर बीसीसीआई लंबे समय से मंथन कर रहा थी। कलेक्टर निशांत वरवड़े, किंग्स इलेवन की बैठक में हमने मिलकर तय किया और कर दिखाया।
- मिलिंद कनमाडिकर, सचिव, एमपीसीए