नई दिल्ली (जेएनएन)। आज रवींद्रनाथ टैगोर की 157वीं जयंती है। इस अवसर पर राष्‍ट्रपति रामनाथ कोविंद और पश्चिम बंगाल की मुख्‍यमंत्री ममता बनर्जी ने भारत की प्रगति की दिशा में उल्‍लेखनीय योगदान के लिए उन्‍हें याद किया। रामनाथ कोविंद ने ट्वीट करते हुए कहा कि गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर की जयंती पर मैं उनके प्रति समादर व्यक्त करता हूं। वे एशिया के पहले नोबेल पुरस्कार विजेता थे और भारत के राष्ट्र-गान रचयिता भी। वे हमारे देश की अग्रणी सांस्कृतिक विभूतियों में से एक हैं।
पीएम मोदी ने रवींद्रनाथ टैगोर को याद करते हुए ट्विटर पर लिखा, 'मैं गुरुदेव टैगोर को उनके जयंती पर प्रणाम करता हूं। वे एक बहुमुखी व्यक्तित्व थे जिनको भारत के इतिहास और समृद्ध साहित्यिक कार्यों के प्रति योगदान के लिए हमेशा याद किया जाएगा।'
ममता बनर्जी ने ट्विटर पर लिखा, 'आज रवींद्रनाथ टैगोर की जयंती है। उनकी जयंती पर महान कवि और लेखक को मैं श्रद्धांजलि अर्पित करती हूं।'
बता दें कि रवींद्रनाथ टैगोर का जन्म 7 मई, 1861 को कलकत्ता के प्रसिद्ध जोर सांको भवन में हुआ था। उनके पिता देबेन्‍द्रनाथ टैगोर (देवेन्द्रनाथ ठाकुर) ब्रह्म समाज के नेता थे। टैगोर विश्वविख्यात कवि, साहित्यकार, दार्शनिक और भारतीय साहित्य के एकमात्र नोबल पुरस्कार विजेता हैं। रवींद्रनाथ को गुरुदेव के नाम से भी जाना जाता है। वे एकमात्र कवि हैं, जिसकी दो रचनाएं दो देशों का राष्ट्रगान बनीं। भारत का राष्ट्र-गान जन गण मन और बांग्लादेश का राष्ट्रीय गान आमार सोनार बाँग्ला गुरुदेव की ही रचनाएं हैं।