पटना [सुभाष पांडेय]। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के चैयरमैन और 1984 बैच के आइएएस अधिकारी दीपक कुमार 31 मई को रिटायर हो रहे मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह की जगह ले सकते हैं।
अंजनी कुमार सिंह को 28 फरवरी को ही अवकाश प्राप्त करना था, लेकिन राज्य सरकार ने उन्हें तीन माह का सेवा विस्तार दिया। दीपक कुमार मुख्य सचिव बने तो वह फरवरी 2020 तक इस पद पर रहेंगे। 
सूत्रों के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ पिछले दिनों मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की मुलाकात के बाद केंद्र सरकार दीपक कुमार की सेवा लौटाने के लिए तैयार है। गत रविवार को वह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से एक अणे मार्ग में आकर मिल भी चुके हैं। एनएचएआइ के चेयरमैन का दायित्व संभालने से पूर्व वह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्रधान सचिव और बिहार सरकार में स्वास्थ्य और कार्मिक जैसे कई महत्वपूर्ण विभागों का दायित्व भी संभाल चुके हैं। इससे पूर्व वह केंद्रीय वित्तमंत्री यशवंत सिन्हा के भी पीएस रह चुके है।
वरीयता क्रम में मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह के बाद 1982 बैच के शिशिर सिन्हा का नंबर था, लेकिन रिटायरमेंट के तीन महीना पहले ही उन्होंने वीआरएस ले लिया। वह बिहार लोक सेवा आयोग के चैयरमैन बना दिए गए है। 82 बैच के आइएएस नवीन वर्मा, रश्मि वर्मा और रमेश अभिषेक और 83 बैच के अमरजीत सिन्हा, सीके मिश्रा तथा सुनील कुमार सिंह वरीयता क्रम में दीपक कुमार से ऊपर है। इनमें सुनील कुमार सिंह को छोड़कर अन्य सभी केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर है। सीके मिश्र व्यक्तिगत कारणों से बिहार लौटना नहीं चाहते है और अन्य का कार्यकाल कम दिनों का रहने की वजह से दीपक कुमार का पलड़ा भारी है।
By Ravi Ranjan